अपनी कुंडली कैसे समझें
1. आपके द्वारा फॉर्म में
भरी गयी सूचनाओं के अनुसार हम आपके लिए एक कुंडली बनाएँगे और उस कुंडली के अनुसार
9 विशिष्ट ग्रह आपके सामने आपको दिखाई देंगे!
2. इन 9 ग्रहो में से जिस
भी ग्रह पर आप क्लिक करेंगे आपकी कुंडली में उस ग्रह की विभिन्न भावो में स्थिति के
अनुसार वह ग्रह आपके लिए बनने वाले फलो को बताएगा!
3. आप ध्यान से इन फलो को
पड़ें और अपने जीवन में इन फलो के प्रभावों को समझें!
4. विशेष ध्यान देने योग्य
बात यह है की ग्रहों द्वारा बताये जाने वाले प्रभाव पूरे जीवन काल में होने वाली
घटनाएँ दर्शाते हैं, जिनमे से कुछ घटनाएँ आपके जीवन में घट चुकी होंगी और कुछ
नहीं! जैसे उदाहरण स्वरुप देश के पूर्व प्रधान मंत्री श्री मनमोहन सिंह जो किसी
कारण वश लोकसभा का चुनाव कभी जीत नहीं सके वह ग्रह दशा परिवर्तन के कारण अचानक
बिना उम्मीद के ही लोकसभा का चुनाव जीते बिना 72 की उम्र में देश के प्रधान मंत्री की सीट
तक पहुँचने वाले भारत के पहले प्रधान मंत्री बन गये, साथ साथ देश के सबसे लम्बे
समय तक रहने वाले प्रधान मंत्रियों में से एक बने वो भी उन कई नेताओ को पीछे छोड़
कर जो कई सालो से इस पद के सपने देखते रहे हैं! अब यदि मनमोहन सिंह जी से 60 की
उम्रर तक भी कहा जाता के आप देश के प्रधान मंत्री बनेंगे तो शायद वो बस हंस कर ही
रह जाते! या इन भविष्य वाणियो को सिरे से नकार कर कहते के ज्योतिष बेकार की बातें
हैं और ये सब बातें झूठी होती हैं, पर उनके साथ ऐसा हुआ, क्योंकि ग्रह दशा अपना सही
समय आने पर अच्छा या बुरा जैसी भी चाहें पर पूरी किस्मत बदलने की ताकत रखते हैं,
चाहे हम चाहें या न चाहें (पर हाँ ईश्वर ने कर्म के द्वारा किस्मत के फलो के
प्रभावों को कम करने की ताकत और उपाये हमें ज़रूर दिए हैं जिन्हें आप कुंडली से
अपनी क़िस्मत समझकर प्रयोग कर सकते हैं)! अगर ऐसे ही गुजरात के एक साधारण अध्यापक
को कोई कहता के तुम्हारा बेटा देश का सबसे अमीर इन्सान बनेगा तो वो कभी यकीन न
करते पर धीरू भाई अम्बानी ने वो करिश्मा मात्र 30 साल के समय में कर दिखाया जो
बाकी व्यापारिक घराने 300-400 साल में नहीं कर पाए!
5. तो इसी प्रकार किसी भी
भविष्यवाणी को सिरे से नकारने की बजाये उन्हें समझ कर समस्याओं के समाधान ढूँढने
और अवसरों के लाभ कमाने के तरीके ढूँढने और उपाये ढूँढने में आपकी सहायता करने का
हमें अवसर दें! तथ्य बिलकुल भी न मिलने पर हमसे ज़रूर चर्चा करें, ताकि हम उसके
कारण ढून्ढ सकें क्योंकि समस्या आने से पहले हल तैयार रखना अच्छा होगा! यहाँ
कुंडली के समय या तारिख आदि का सही न होने के कारण भी कुंडली के तथ्य बदले होने की
सम्भावना है और वन्ही किसी दूसरी कुंडली के प्रभाव पड़ने की सम्भावना भी हो सकती
है, जेसे पिता की कुंडली अच्छी होने के बावजूद पुत्र की कुंडली में मंगल सुख भाव
में होने पर बने बनाये खजानों के उजड़ने और ज़मीन जायदाद बिकने तक के योग बन जाते
हैं और इसी कारण कई बड़े घरानों को, उत्तराधिकारियो के जन्म के बाद या
उत्तराधिकारियों के कारण, बर्बाद होते देखा होगा!
6. और अगर भविष्य
गणनाएँ आपसे मिलती हैं और बिलकुल सही समस्याएं आपके साथ घटित हो रही है या हुई हैं
तो भी
अवश्य संपर्क करें ताकि जो समस्याएं सामने हैं उन समस्याओं को समाधान द्वारा हटाया
जा सके और उचित अवसरों को फलों में परिवर्तित करके नयी ऊँचाइयों को छुआ जा सके!
निवेदक: तथास्तु ज्योतिषाल्य एवं वास्तु केंद्र
धन्यवाद
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