Wednesday, January 20, 2016

Surya Dev

सूर्य देव


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       2.  हे आत्मन, 96 दिन लगातार यहाँ सूर्य देव के सामने, उनके पास आकर सच्चे     दिल से आगे दी गयीं उनके मंत्र, आरती या कवच आदि का पाठ करने से सूर्य       देव प्रस्सन होते हैं! और सूर्य देव के प्रस्सन होने से आपकी कुंडली में उनके         द्वारा होने वाली कठिनाईयां दूर होना और उनसे मिलने वाले वरदानो तथा सुखों     में बढ़ोतरी मानी गयी है! ॐ शांति !


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       3.  सूर्य देव बीज मंत्र

हिंदी - ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नम:।

English - Om Hram Hreem Hraum Sah Suryaye Namah!




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       4.  सूर्य ग्रह की प्रसन्नता हेतु विष्णु जी की आरती




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5. सूर्य देव जी की आरती






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   7. सूर्य आदित्य हृदय स्त्रोत पाठ



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   8. सूर्य ग्रह की प्रसन्नता हेतु विष्णु जी की चालीसा



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नोट: आत्मन, ऊपर दिए गए मंत्र उच्चारण इत्यादि वैदिक ज्योतिष के सामान्य उपायों में से लिए गए हैं पर यदि आप अपनी कुंडली में सूर्य देव के नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करके, वरदानो को शीघ्र अति शीघ्र पाना चाहते हैं तो लाल किताब और वैदिक ज्योतिष के अचूक उपायों को अपनाएं! इसके लिये देर न करें और हमे आज ही संपर्क करने के लिए तथास्तु ज्योतिषालय एवं वास्तु केंद्र पर क्लिककरें ! 


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